Tuesday, September 28, 2010

कुछ स्कून तो, इस जिन्दगी को दिलादे

तू कितना चाहता है मुझे,
अब तू यह भी बता दे!!

मेरे दिल में खोए से,
अल्फ़ाज़ फिर से जगा दे!!

खवाबों की दुनिया को ,
सज़ाया था मैने तू,
उसे हक़ीकत बना दे!!

जिन अरमानों को मैंने,
खाक में मिलाया था,
उनको नई जिन्दगी देदे!!

रहनुमा बनके जिन्दगी का,
तू प्यार का रास्ता दिखा दे!!

हालत-ए-जफ़ाओं से थक चुकी हूं,
आके तू कुछ स्कून तो,
इस जिन्दगी को दिलादे

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