Friday, October 1, 2010

हारी नहीं हूँ, जिन्दगी से,

मुश्किलें है पग पग पे,
परीक्षा देती ही जा रही हूँ!!
सपने हो जाते हैं बेरंग,
उनमें रंग भरती ही जा रही हूँ!!
गमों को बाँट लेती हूँ,
छोटी सी छोटी खुशियो,
को गले लगाती जा रही हूँ!!
मंज़िल है अभी बहुत दूर,
रास्ते हैं बहुत कठिन,
थॅकी नहीं,चलती ही जा रही हूँ!!
हारी नहीं हूँ, जिन्दगी  से,
आगे ही आगे बढ़ती जा रही हूँ!!

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