Wednesday, October 27, 2010

वो चली गई, क्यूँ इस तरह!

वो चली गई,
क्यूँ इस तरह!!
हाथ बढ़ाया ही,
था झटक दिया,
क्यूँ इस तरह!!
कुछ बातें की,
कुछ मुलाक़ातें की!!
मुझे भूल गई,
क्यूँ इस तरह!!
क्या अब भी,
याद हूँ उसे!!
मैं तो भूला ,
नहीं कभी उसे!!
मैं उसे भूलूँ,
क्यूँ इस तरह!!
उसकी यादों से,
दिल बहलाता हूँ!!
खुशियों को यूँ अब,
गले लगाता हूँ!!
कुछ वादे करके,
वो चली गई,
क्यूँ इस तरह!!
कैसे   भूलूँ,

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