Tuesday, October 19, 2010

कोई तुझे प्यार करे तो क्यूँ ना करे

कोई तुझे प्यार करे तो क्यूँ ना करे

ताजमहल के संगमरमर जैसा तेरा तन
चाँद की उजली चाँदनी मे नहाया तेरा मन

कोई तुझे प्यार करे तो क्यूँ ना करे

तू प्यारी बेटी अपनी माँ की
करती उनको खुदा से बढ़कर प्यार

तू है एक अच्छी माँ अपने बच्चों की
देती उनको खूब सारा दुलार

कोई तुझे प्यार करे तो क्यूँ ना करे

तू है सीधी सच्ची सरल
झरने के जल जैसी निर्मल

तुझे कोई प्यार करे तो क्यूँ ना करे

तेरे जैसी जीवन संगिनी मुझे मिली
मेरी हर खुशी तेरे जीवन से मुझे मिली

कोई तुझे प्यार करे तो क्यूँ ना करे

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