Wednesday, November 17, 2010

प्यारी सी परियां

मेरे घर के बगीचे में ,
दो प्यारी सी परियां ,
नन्ही सी कलियाँ ,
जब खिली !!
वो  दिन कितना ,
सुहाना था !!
जब वो मुझे मिली !!
दर्द के साथ उनका
आना इस दुनिया में !!
सब दर्द भूल गई
जब गोदी में
मुझे वो मिली !!
वो नन्हे नन्हे हाथ
छोटे छोटे पाऊँ !!
कितना गज़ब सा
कुदरत का करिश्मा !!
मुझे खुदा उनमें दिखता
जब मिला मुझे उनका साथ !!
मेरी दुनिया स्वर्ग हो गई !!
ये नारी सम्पूर्ण हो गई !!

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