Wednesday, July 18, 2012

मेरे हर गीत में प्रिय! तेरा अनुराग समाया है

सूरज चाँद सितारों में तुम्हे पाया है!!
जिंदगी के हर रंग में तेरा ही साया है!!

जिंदगी का हर रंग तुम ही हो मेरे प्रिय!!
जिंदगी का हर रिश्ता तुम्ही में पाया है!!

मैं धरती हूँ जीवन की ऐसा मैंने माना है 
अपना जीवन तुझसे ही बंधा मैंने पाया है 

दिल के कोरे कागज़ पर तेरा चित्र उकेरा है!!
मेरी हर धड़कन ने तेरा गीत ही गाया है!!

बागों में आई बहार, नया संदेशा लेकर के !!
हर एक फूल में, तेरा ही रूप समाया है!!

बनकर फूल जिंदगी मेरी तुम महकाते हो!!
तेरी खुश्बू में सोंधा सोंधा प्रेम समाया है!!

बन धरती मैं घूमूं चहुँ ओर तेरे दिन रात!!
रवि रश्मि सा प्यार, तुम से ही पाया है!!

तुम हर गीत में रहते हो बनकर अहसास !!
मेरे हर गीत में प्रिय! तेरा अनुराग समाया है!! 

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