Thursday, July 5, 2012

बदलाव

मैं चाहती हूँ कि अब 
महिलाओं को पीटने की
परिपाटी बंद होनी चाहिए 
महिलाएं केवल जिस्म नहीं हैं 
उनमें भी जीवन है एक 
महिलाएं जी सकें अपना जीवन 
इसलिए व्यवस्था बदलनी होगी 
व्यवस्था महिलाएं ही बदलेंगी 
ये काम वे स्वयं ही करेंगी
कोई पुरुष नहीं साथ देगा 
कोई मुहूर्त नहीं होता कभी 
अच्छे काम की शुरुआत का 
इसलिए नारियल फोड़ो अभी 
और कर दो शंखनाद तुम 
आज से अपने बदलाव का

1 comment:

  1. sir mere blog ki charcha blog 4 warta pe hui dhanyawaad aapka kya uske baare mein jaan sakti hoon main kis din aur tithi ko hui kripa uska link send kijiye

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