Saturday, May 4, 2013

पीट देते हो मुझे और सदा कहते हो 
मेरे मैं तुझे प्यार बहुत करता हूँ !!

फेल न हो जाऊं सीखने में हुनर दुनिया का 
सच मैं कहता हूँ मेरे बाप बहुत डरता हूँ !!

भूल जाता हूँ मैं अक्सर मेरी छोटी बुद्धि है 
पाठ को याद मैं बार बार बहुत याद करता हूँ !!

जानता हूँ तेरे सपनों की ताबीर हूँ मैं 
अपने सपनो का मैं खून बहुत करता हूँ !!

हर घडी हाथों में रहती हैं किताबें मेरी
हिदायतें बाप तेरी याद बहुत करता हूँ !!

जानता हूँ ये मेरे बचपन का खून लेकिन
तेरे सपनों पे बचपन निसार बहुत करता हूँ !!

मेरी जगह भी कभी बैठ कर देखो बाप
कैसे मैं ख़ुशी पर अपनी वार बहुत करता हूँ !!

...............................jyoti dang

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