Monday, June 24, 2013

कैसे हुआ खंड खंड अपना सारा उत्तराखंड 
कैसी गजब कुदरत ने विपदा ये बरसाई है
कहीं खोई माता किसी का खो गया भ्राता
कहीं पत्नी की पति से हुई असमय जुदाई है
वहां देखो रोते हैं लोग बड़ा ही दुःख रहे भोग 
उत्तराखंड पर बहुत यह कठिन घडी आई है
त्राहि त्राहि करते जन सबका भारी हुआ मन 
भारी वर्षा ने भगतों पर भारी विपदा ढाई है
सभी इकट्ठे होकर जन करे पक्का ये मन 
बांटे मिलकर के दुःख हम सभी भाई भाई हैं
है बड़ी कठिन घडी जो अपने देश पर पड़ी 
मानव ने ममता मदद से ही विजय पाई है

2 comments:

  1. काश हर मानव मन ऐसा ही सोच पाता तो आज शायद इतनी त्रासदी के बाद भी वहाँ का यह हाल न होता जो वर्तमान स्थिति में है लेकिन फिर भी सलाम है उन भारतीय सेना के सभी जवानों को जो उन्होने अपनी जान कि परवाह किए बिना अपना फर्ज़ निभाया और अब भी निभा रहे हैं।

    "जय हिन्द जय,
    हिन्द की सेना"

    ReplyDelete
  2. manav ne mamta madad se hi hamesha vijay pai hai...bhavpurn lines

    ReplyDelete